EPIC%20Logo--1%20Without%20BG.pngEPIC%20Logo--1%20Without%20BG.png

किस धातु के बर्तन में करे भोजन


जाने क्या है लाभ या हानि


Sona%20Ki%20Thali%201.jpgSona%20Ki%20Thali%201.jpg
सोने के बर्तन
सोने के बर्तन
सोना एक गर्म धातु है ! सोने से बने पात्र में भोजन बनाने और करने से
साथ साथ सोना
आँखों की रौशनी बढाता है
शरीर के आन्तरिक और बाहरी दोनों हिस्से कठोर, बलवान, ताकतवर और मजबूत बनते है और
चांदी के बर्तन
चाँदी एक ठंडी धातु है, जो
शरीर को आंतरिक ठंडक पहुंचाती है ! शरीर को शांत रखती हैं |
चांदी के बर्तन
आँखों की रौशनी
बढती है और इसके अलावा पित्तदोष, कफ और वायुदोष नियंत्रित रहता है |
इसके पात्र में
भोजन बनाने और करने से दिमाग तेज होता है, आँखों स्वस्थ रहती है,
कांसा के बर्तन
कांसे के बर्तन
में खाना बनाने से केवल ३ प्रतिशत ही पोषक तत्व नष्ट होते हैं !
काँसे के बर्तन
में खाना खाने से बुद्धि तेज होती है, रक्त में शुद्धता आती है, रक्तपित शांत
रहता है और भूख बढ़ाती है ! लेकिन
कांसा के बर्तन
काँसे के बर्तन में खट्टी
चीजे नहीं परोसनी चाहिए खट्टी चीजे इस धातु से क्रिया करके विषैली हो जाती है जो नुकसान देती है |
तांबा के बर्तन
तांबे के बर्तन
में रखा पानी पीने से व्यक्ति रोग मुक्त बनता है, रक्त शुद्ध होता है, स्मरण-शक्ति अच्छी होती है,
लीवर संबंधी समस्या दूर होती है, तांबे का पानी शरीर के विषैले तत्वों को खत्म कर देता है
इसलिए इस पात्र में रखा पानी स्वास्थ्य के लिए उत्तम होता है  लेकिन तांबे के बर्तन में दूध नहीं पीना चाहिए इससे शरीर को नुकसान होता है !
तांबा के बर्तन
पीतल के बर्तन
पीतल के बर्तन में खाना बनाने से केवल 7 प्रतिशत पोषक त्व नष्ट होते है!
पीतल के बर्तन
में भोजन पकाने और करने से कृमि रोग, कफ और वायुदोष की बीमारी नहीं होती !
पीतल के बर्तन
लोहा के बर्तन
लोहे के बर्तन में बने भोजन खाने से शरीर की शक्ति बढती है, लोह्तत्व शरीर में जरूरी पोषक तत्वों को बढ़ता है !
लोहे के बर्तन में खाना नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें खाना खाने से बुद्धि कम होती है और दिमाग
का नाश होता है ! लोहे के पात्र में दूध पीना अच्छा होता है !
लोहा कई रोग को खत्म करता है, पांडू रोग मिटाता है, शरीर में सूजन और पीलापन नहीं आने देता, कामला रोग को खत्म करता है, और पीलिया रोग को दूर रखता है. लेकिन
लोहा के बर्तन
स्टील के बर्तन
स्टील के बर्तन
स्टील के बर्तन नुकसान दायक नहीं होते क्योंकि ये ना ही गर्म से क्रिया करते है और ना ही अम्ल से
इसलिए नुकसान नहीं होता है. इसमें खाना बनाने और खाने से शरीर को कोई फायदा नहीं पहुँचता तो नुकसान भी नहीं पहुँचता !

एल्युमिनियम के बर्तन
यह आयरन और कैल्शियम को सोखता है इसलिए इससे बने पात्र का उपयोग नहीं करना चाहिए ! इससे हड्डियां कमजोर होती है. मानसिक बीमारियाँ होती है |
एल्युमिनियम बोक्साईट का बना होता है ! इसमें बने खाने से शरीर को सिर्फ नुकसान होता है |
एलुमिनियम
के बर्तन
लीवर और नर्वस सिस्टम को क्षति पहुंचती है ! उसके साथ साथ किडनी फेल होना, टी बी, अस्थमा, दमा, बात रोग, शुगर जैसी गंभीर बीमारियाँ होती है
एलुमिनियम के प्रेशर कूकर से खाना बनाने से 87 प्रतिशत पोषक तत्व खत्म हो जाते है |
एलुमिनियम
के बर्तन
मिट्टी के बर्तन
मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने से ऐसे पोषक तत्व मिलते हैं, जो हर बीमारी को शरीर से दूर रखते थे !
इस बात को अब आधुनिक विज्ञान भी साबित कर चुका है कि मिट्टी के बर्तनों में खाना बनाने से शरीर के कई तरह के रोग ठीक होते हैं !
मिट्टी के बर्तन
मिट्टी के बर्तन
आयुर्वेद के अनुसार, अगर भोजन को पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाना है तो उसे धीरे-धीरे ही पकना चाहिए ! भले ही मिट्टी के बर्तनो में खाना बनने में वक़्त थोड़ा ज्यादा लगता है, लेकिन इससे सेहत को पूरा लाभ मिलता है !
दूध और दूध से बने उत्पादों के लिए सबसे उपयुक्त है मिट्टी के बर्तन ! मिट्टी के बर्तन में खाना बनाने से पूरे 100 प्रतिशत पोषक तत्व मिलते है |
और यदि मिट्टी के बर्तन में खाना खाया जाए तो उसका अलग से स्वाद भी आता है !